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"मृत इच्छायें / चंद ताज़ा गुलाब तेरे नाम / शेरजंग गर्ग" के अवतरणों में अंतर

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अब कोई
 
अब कोई

18:00, 4 सितम्बर 2018 के समय का अवतरण

अब कोई
दर्द नहीं खलता है
याद नहीं आते हैं रंग,
इन्द्रधनुषी रंग!
दूर, बहुत दूर
आसमानों में
परिस्थिति के पेंचों ने
काट दी
दुलार की
कुलाँचती
पतंग!