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+ | * [[हंसध्वनि सुन रहा हूँ / नीलमणि फूकन / दिनकर कुमार]] | ||
+ | * [[स्फटिक के एक टुकड़े पर उकेर लिया तुम्हें / नीलमणि फूकन / दिनकर कुमार]] | ||
+ | * [[तुमने कैसी बांसुरी बजाई / नीलमणि फूकन / दिनकर कुमार]] |
16:48, 18 दिसम्बर 2021 का अवतरण
नीलमणि फूकन
जन्म | 1933 |
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उपनाम | নীলমণি ফুকন |
जन्म स्थान | दरगाँव, गोलाघाट, असम। |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
सूर्य हेनो नामि अहे येई नदियेदि (1963). मानस-प्रतिना (1971) | |
विविध | |
साहित्य अकादमी फ़ैलोशिप (1975). असम वैली लिटरेरी अवार्ड (1997), फ़्राँसीसी प्रतीकवाद से प्रभावित। | |
जीवन परिचय | |
नीलमणि फूकन / परिचय |
कविताएँ
शिव किशोर तिवारी द्वारा मूल असमिया से अनूदित
- उस दिन रविवार था / नीलमणि फूकन
- हर बात का एक न एक अर्थ होता है / नीलमणि फूकन
- सिन्दूरी रिमझिम के बीच / नीलमणि फूकन
दिनकर कुमार द्वारा मूल असमिया से अनूदित