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17:36, 21 दिसम्बर 2009 का अवतरण
बदन सराय
रचनाकार | मुनव्वर राना |
---|---|
प्रकाशक | वाणी प्रकाशन,
21- ए , दरिया गंज नई दिल्ली 110002 |
वर्ष | 2008 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | ग़ज़ल |
पृष्ठ | 96 |
ISBN | 978-81-8143-977-2 |
विविध |
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- हाँ इजाज़त है अगर कोई कहानी और है / मुनव्वर राना
- इन्सान थे कभी मगर अब ख़ाक हो गए / मुनव्वर राना
- मै जिसके वास्ते जलता रहा दीए की तरह / मुनव्वर राना
- हम कुछ ऐसे तेरे दीदार में खो जाते है / मुनव्वर राना
- हर एक लम्हा हमारी फ़िक्र पैग़म्बर को रहती है / मुनव्वर राना
- अब मदरसे भी है तेरे शर से डरे हुए / मुनव्वर राना
- नदी का शोर नहीं ये आबशार का है / मुनव्वर राना
- तेरे लिए मै शहर से रुसवा बहुत हुआ / मुनव्वर राना
- हर एक पल तेरी चाहत का ऐतबार रहे / मुनव्वर राना
- इंसान थे कभी मगर अब ख़ाक हो गए / मुनव्वर राना
- मैं जिसके वास्ते जलता रहा दीये की तरह / मुनव्वर राना
- अब मदरसे भी हैं तेरे शर से डरे हुए / मुनव्वर राना
- नदी का शोर नहीं है ये आबशार का है / मुनव्वर राना
- तेरे लिए मैं शहर में रुसवा बहुत हुआ / मुनव्वर राना
- हर एक पल तेरी चाहत का ऐतबार रहे / मुनव्वर राना
- दिल पहले कहाँ इस तरह ग़मगीन रहा है / मुनव्वर राना
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