"सदस्य वार्ता:सम्यक" के अवतरणों में अंतर
(→चित्र जोड़ने के संबंध में: नया विभाग) |
|||
पंक्ति 26: | पंक्ति 26: | ||
--[[सदस्य:Himanshu|Himanshu]] ०९:२१, १४ दिसम्बर २००९ (UTC) | --[[सदस्य:Himanshu|Himanshu]] ०९:२१, १४ दिसम्बर २००९ (UTC) | ||
+ | |||
+ | सम्यक जी! मैं पन्नों के नाम बदलने के साथ-साथ कड़ियाँ भी बदलता जा रहा हूँ। आप ने पन्ना उस समय देखा होगा जब मैंने पन्ने का नाम तो बदल दिया होगा और कड़ी का नाम बदलने जा ही रहा हूँगा। सादर--[[धर्मेन्द्र कुमार सिंह]] |
14:46, 29 दिसम्बर 2009 का अवतरण
-
आपके आलेख के लिये
आपने सदस्य वार्ता और चौपाल प्रयोग नाम से जो लेख लिखा है, वह मेरे लिये अत्यन्त उपयोगी है । बहुत सी परेशनियाँ स्वतं ही हल हो गयी हैं । कोशिश करूँगा कि सब कुछ खयाल में रहे । आपका आभार । --Himanshu ००:१९, २७ सितम्बर २००९ (UTC)
आदरणीय सम्यक जी , नमस्कार । मेरा सदस्य पन्ना मेरा वास्तविक योगदान नहीं दर्शा रहा है ।कृपया देखें।
--सदस्य:द्विजेन्द्र द्विज 5 नवम्बर,2009
बधाई।
कविता कोष के 25000 पृष्ठ पूरे होने पर हार्दिक बधाई। यह महान यज्ञ है और अभी एसी कई आहूतिया इसमें और पड़ेंगी तथापि यह एक मील का पत्थर तो है। मुझे इस अभियान से जुड कर बहुत प्रसन्नता हुई है।--राजीव रंजन प्रसाद
सम्यक जी! साँचा:KKGlobalMessage में २४००० के स्थान पर २५००० कर दीजिए। सादर --धर्मेन्द्र कुमार सिंह
सम्यक जी! मेरी पूरी कोशिश रहती है कि मैं रंगीन चित्र ही अपलोड़ करूँ। जहाँ ऐसे चित्र नहीं मिल पाते वहाँ मजबूरी में श्वेत-श्याम चित्र अपलोड़ करने पड़ते हैं। अगर मुझे कभी भी इन संग्रहों के नये चित्र मिल गये तो मैं उन्हें बदल दूँगा। एक बात आप से पूछनी थी कि पुराने चित्रों को नये चित्रों से बदलते कैसे हैं। अपने लागिन से मैं पुराने चित्रों को हटा नहीं पा रहा हूँ। सादर--धर्मेन्द्र कुमार सिंह
चित्र जोड़ने के संबंध में
आदरणीय, मैंने ’आलोक श्रीवास्तव-२’ की कविता-पुस्तक ’वेरा ! उन सपनों की कथा कहो’ जोड़ना प्रारम्भ किया था, जो लगभग पूर्ण ही हो चुका है (केवल दो कवितायें शेष हैं)। पुस्तक के कवर का चित्र जोड़ना चाहता था । यह कैसे करूँ । पहले तो चित्र अपलोड करने का स्थान था, पर अब शायद यह प्रतिबंधित है । क्या ई-मेल करूँ चित्र को ? मार्गदर्शन करें । साभार ।
--Himanshu ०९:२१, १४ दिसम्बर २००९ (UTC)
सम्यक जी! मैं पन्नों के नाम बदलने के साथ-साथ कड़ियाँ भी बदलता जा रहा हूँ। आप ने पन्ना उस समय देखा होगा जब मैंने पन्ने का नाम तो बदल दिया होगा और कड़ी का नाम बदलने जा ही रहा हूँगा। सादर--धर्मेन्द्र कुमार सिंह