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(जिंदगी से हार कर जिंदा रहे तो क्या रहे: नया विभाग)
 
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== जिंदगी से हार कर जिंदा रहे तो क्या रहे ==
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जिंदगी से हार कर जिंदा रहे तो क्या रहे
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मन को अपने मार कर जिंदा रहे तो क्या रहे
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जिंदगी है खेल उसको मुस्कुरा कर खेलिए
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जिंदगी है जेल उसको मुस्कुरा कर झेलिये
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जिंदगी को भार कर जिंदा रहे तो क्या रहे
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जिंदगी से हार कर जिंदा रहे तो क्या रहे
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जिंदगी से बंधु मेरे प्यार करना सीखिए
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जिंदगी में प्यार का इज्हार्कारना सीखिए
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प्यार में तकरार कर जिंदा रहे तो क्या रहे
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जिंदगी से हार कर जिंदा रहे तो क्या रहे
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जिंदगी रब की नियामत है नहीं मिलती सदा
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जिंदगी एक मुस्कराहट है नहीं खिलती सदा
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आंसुओं से प्यार कर जिंदा रहे तो क्या रहे
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जिंदगी से हार कर जिंदा रहे तो क्या रहे
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V.P.SINGH RAJPUT

20:05, 12 मार्च 2010 के समय का अवतरण

प्रिय Vijay Pratap Singh Rajput, कविता कोश पर आपका स्वागत है!

Swagatam.gif

कविता कोश हिन्दी काव्य को अंतरजाल पर स्थापित करने का एक स्वयंसेवी प्रयास है। इस कोश को आप कैसे प्रयोग कर सकते हैं और इसकी वृद्धि में आप किस तरह योगदान दे सकते हैं इससे संबंधित कुछ महत्वपूर्ण सूचनायें नीचे दी जा रही हैं। इन्हे कृपया ध्यानपूर्वक पढ़े।

  • यदि आप अपनी स्वयं की रचनाएँ कोश में जोड़ना चाहते हैं तो ऐसा करने के लिये आपको एक निश्चित प्रक्रिया के तहत आवेदन करना होगा। यह प्रक्रिया जानने के लिये देखें: नये नाम जोड़ने की प्रक्रिया। कृपया अपने सदस्य पन्ने पर अपनी रचनाएँ ना जोड़े -क्योंकि इस तरह जोड़ी गयी रचनाओं को हटा दिया जाएगा।

  • कविता कोश में आप स्वयं पहले से मौजूद किसी भी कविता कोश बदल सकते हैं या फिर नयी कवितायें जोड़ सकते हैं। कविता कोश का संचालन कविता कोश टीम नामक एक समूह करता है। रचनाकारों की सूची जैसे पन्ने केवल इस टीम के सदस्यों के द्वारा ही बदले जा सकते हैं।

  • यदि आप कोश में पहले से मौजूद रचनाओं में कोई ग़लती पाते हैं, जैसे कि वर्तनी की ग़लतियाँ (Spelling mistakes), तो कृपया उन ग़लतियों को सुधार दें। ऐसा करने के लिये हर पन्ने के ऊपर बदलें लिंक दिया गया है।

  • अगर आप यूनिकोड के अलावा किसी दूसरे हिन्दी फ़ॉन्ट (जैसे शुषा, कृति इत्यादि) में टाइप करना जानते हैं तो भी आप उस फ़ॉन्ट में रचनाएँ टाइप कर kavitakosh@gmail.com पर भेज सकते हैं। इन रचनाओं को यूनिकोड में बदल कर कविता कोश में जोड़ दिया जाएगा। लेकिन सबसे बढिया यही रहेगा कि आप हिन्दी यूनिकोड में टाइप करना सीख लें, यह बहुत आसान है!
  • यदि आप कोई वैबसाइट या ब्लॉग चलाते हैं -तो आप उस पर कविता कोश का लिंक दे कर कोश को अधिक से अधिक लोगो तक पहुँचाने में मदद कर सकते हैं। कविता कोश का लिंक है http://kavitakosh.org

  • अगर आप ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग कर सकते हैं या आप विकि में बहुत अच्छी तरह काम करना जानते हैं तो आप कोश के लिये ग्राफ़िक्स इत्यादि बना सकते हैं और इसके रूप-रंग को और भी बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।

  • आप दूसरे लोगो को कविता कोश के बारे में बता कर इसके प्रसार में मदद कर सकते हैं। जितने अधिक लोग कविता कोश के बारे में जानेंगे उतना ही अधिक योगदान कोश में हो सकेगा और कोश तीव्रता से प्रगति करेगा।

जिंदगी से हार कर जिंदा रहे तो क्या रहे

जिंदगी से हार कर जिंदा रहे तो क्या रहे

मन को अपने मार कर जिंदा रहे तो क्या रहे


जिंदगी है खेल उसको मुस्कुरा कर खेलिए

जिंदगी है जेल उसको मुस्कुरा कर झेलिये

जिंदगी को भार कर जिंदा रहे तो क्या रहे

जिंदगी से हार कर जिंदा रहे तो क्या रहे


जिंदगी से बंधु मेरे प्यार करना सीखिए

जिंदगी में प्यार का इज्हार्कारना सीखिए

प्यार में तकरार कर जिंदा रहे तो क्या रहे

जिंदगी से हार कर जिंदा रहे तो क्या रहे


जिंदगी रब की नियामत है नहीं मिलती सदा

जिंदगी एक मुस्कराहट है नहीं खिलती सदा

आंसुओं से प्यार कर जिंदा रहे तो क्या रहे

जिंदगी से हार कर जिंदा रहे तो क्या रहे


V.P.SINGH RAJPUT