भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"जाँ निसार अख़्तर" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) |
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) छो |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{KKGlobal}} | {{KKGlobal}} | ||
== जाँ निसार अख़्तर की रचनाएँ== | == जाँ निसार अख़्तर की रचनाएँ== | ||
− | |||
{{KKParichay | {{KKParichay | ||
पंक्ति 10: | पंक्ति 9: | ||
|जन्मस्थान=ग्वालियर, मध्य प्रदेश, भारत | |जन्मस्थान=ग्वालियर, मध्य प्रदेश, भारत | ||
|मृत्यु=19 अगस्त 1976 | |मृत्यु=19 अगस्त 1976 | ||
− | |कृतियाँ=नज़रे-बुताँ, सलासिल, जाँविदां, घर आँगन, ख़ाके-दिल | + | |कृतियाँ=नज़रे-बुताँ, सलासिल, जाँविदां, घर आँगन, ख़ाके-दिल, [[तनहा सफर की रात / जाँ निसार अख़्तर| तनहा सफर की रात]] |
|विविध= | |विविध= | ||
|जीवनी=[[जाँ निसार अख़्तर / परिचय]] | |जीवनी=[[जाँ निसार अख़्तर / परिचय]] |
21:16, 3 जनवरी 2008 का अवतरण
जाँ निसार अख़्तर की रचनाएँ
जाँ निसार अख़्तर
जन्म | 14 फ़रवरी 1914 |
---|---|
निधन | 19 अगस्त 1976 |
उपनाम | |
जन्म स्थान | ग्वालियर, मध्य प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
नज़रे-बुताँ, सलासिल, जाँविदां, घर आँगन, ख़ाके-दिल, तनहा सफर की रात | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
जाँ निसार अख़्तर / परिचय |
- तनहा सफर की रात / जाँ निसार अख़्तर
- अशार मेरे यूँ तो / जाँ निसार अख़्तर
- फ़ुरसत-ए-कार फ़क़त चार घड़ी है यारो / जाँ निसार अख़्तर
- हम से भागा न करो दूर / जाँ निसार अख़्तर
- हर एक राह में एक ग़म / जाँ निसार अख़्तर
- जब लगे ज़ख़्म तो / जाँ निसार अख़्तर
- कौन कहता है / जाँ निसार अख़्तर
- मौज-ए-गुल मौज-ए-सबा / जाँ निसार अख़्तर
- पूछ न मुझसे दिल के फ़साने / जाँ निसार अख़्तर
- रही है दाद तलब उनकी शोखियां / जाँ निसार अख़्तर
- सौ चाँद भी चमकेंगे / जाँ निसार अख़्तर
- सुबह के दर्द को / जाँ निसार अख़्तर
- सुबह की आस / जाँ निसार अख़्तर
- तमाम उम्र अज़ाबों का / जाँ निसार अख़्तर
- ज़माना आज नहीं / जाँ निसार अख़्तर
- ज़रा सी बात पे हर रस्म / जाँ निसार अख़्तर
- उजड़ी-उजड़ी हुई हर आस लगे / जाँ निसार अख़्तर
- हर लफ़्ज़ तिरे जिस्म की खुशबू में ढला है / जाँ निसार अख़्तर
- इसी सबब से हैं शायद / जाँ निसार अख़्तर
- ऐ दर्द-ए-इश्क़ तुझसे मुकरने लगा हूँ मैं / जाँ निसार अख़्तर
- वो आँख अभी दिल की कहाँ बात करे है / जाँ निसार अख़्तर
- ज़िन्दगी ये तो नहीं, तुझको सँवारा ही न हो / जाँ निसार अख़्तर
- अश्आर मिरे यूँ तो ज़माने के लिए हैं / जाँ निसार अख़्तर
- हमने काटी हैं तिरी याद में रातें अक्सर / जाँ निसार अख़्तर