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कविता कोश के मानक

Kavita Kosh से
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इस यह पन्ना कविता कोश के लिए बहुत महत्तवपूर्ण है। कृपया इसमें ललित कुमार के अलावा और कोई भी व्यक्ति बदलाव ना करे। यदि आप कोई बदलाव सुझाना चाहते हैं तो नीचे टिप्पणी करके अपनी बात सामने रख सकते हैं।

कोश में योगदान करने वाले सभी व्यक्तियों से विनम्र निवेदन है कि नीचे दिए गए मानकों का पालन करें ताकि हम कविता कोश के मानकीकरण की दिशा में आगे बढ़ सकें।

रचनाकारों के सम्पर्क सूत्र

कविता कोश में रचनाकारों के सम्पर्क सूत्र (जैसे कि घर का पता, ऑफ़िस का पता, टेलिफ़ोन नम्बर, मोबाइल नम्बर, ईमेल आई.डी. इत्यादि) कहीं भी नहीं दिए जाएंगे। रचनाकारों के परिचय पन्नों पर भी यह जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जाएगी।

यदि आप इस तरह की कोई भी जानकारी कोश में पाते हैं तो उसे हटा दें।

यदि रचनाकार स्वयं अपने सम्पर्क सूत्र कविता कोश में रखना चाहते हैं तो भी हम ऐसा नहीं करेंगे। यह नियम सभी रचनाकारों पर समान रूप से लागू होगा।

सामग्री जोड़ने के लिए

रचना संग्रह के लिए

* '''[[संग्रह का नाम / रचनाकार का नाम]]''' (कविता संग्रह)
* '''[[संग्रह का नाम / रचनाकार का नाम]]''' (ग़ज़ल संग्रह)
* '''[[संग्रह का नाम / रचनाकार का नाम]]''' (नज़म संग्रह)
* '''[[संग्रह का नाम / रचनाकार का नाम]]''' (हाइकु संग्रह)
* '''[[संग्रह का नाम / रचनाकार का नाम]]''' (गीत संग्रह)
* '''[[संग्रह का नाम / रचनाकार का नाम]]''' (नवगीत संग्रह)

संग्रह की शैली मिश्रित होने या बिल्कुल ज्ञात ना होने की स्थिति में ब्रैकेट () में कुछ ना लिखा जाए। ब्रैकेट भी नहीं लगाए जाने चाहिए।

किसी के द्वारा संपादित रचना संग्रह

* '''[[संग्रह का नाम / संपादक का नाम]]''' (संपादन)


कविता कोश में कुछ मानक शब्द

इन शब्दों को उसी प्रकार लिखा जाना चाहिए जैसा कि नीचे दिया गया है:

  • काव्य विधाएँ
    • ग़ज़ल (ग और ज के नीचे नुक्ता होना चाहिए)
    • नज़्म (आधे ज के नीचे नुक्ता होना चाहिए)
    • नवगीत (नव और गीत के बीच कोई स्पेस नहीं है)
  • भारत के राज्य
    • उत्तर प्रदेश (बीच में स्पेस ज़रूरी है)
    • मध्य प्रदेश (बीच में स्पेस ज़रूरी है)
    • हिमाचल प्रदेश (बीच में स्पेस ज़रूरी है)
    • उत्तराखंड
    • छत्तीसगढ़ (ढ के नीचे बिन्दी ज़रूरी है)
    • बिहार
    • राजस्थान
  • महीनों के नाम
    • जनवरी
    • फ़रवरी (फ के नीचे नुक्ता होना चाहिए)
    • मार्च
    • अप्रैल (एप्रिल नहीं)
    • मई
    • जून
    • जुलाई
    • अगस्त (अगस्ट या ऑगस्ट नहीं)
    • सितम्बर (सितंबर नहीं)
    • अक्तूबर (अक्टूबर नहीं)
    • नवम्बर (नवंबर नहीं)
    • दिसम्बर (दिसंबर नहीं)
  • दिनों के नाम
    • सोमवार
    • मंगलवार
    • बुधवार
    • गुरुवार (वैसे बृहस्पतिवार भी ठीक है लेकिन चूंकि कोई एक मानक चाहिए इसलिए सरल शब्द को चुना जा रहा है)
    • शुक्रवार
    • शनिवार
    • रविवार

छोटी रचनाओं को जोड़ना

छोटी रचनाएँ (जैसे कि हाइकु और दोहे इत्यादि) जोड़ते समय कोशिश करें कि एक पन्नें पर कम-से-कम काव्य की 10 पंक्तियाँ हों। मोटे तौर पर एक पन्नें में पाँच दोहे या हाइकु आने चाहिए। हाइकु के 17 अक्षर और दोहे की दो पंक्तियों के लिए अलग से पन्ना बनाना उचित नहीं है।

संपादित हाइकु संग्रह (यानि एक व्यक्ति द्वारा अलग-अलग लेखकों के हाइकु को एक ही पुस्तक में प्रकाशित करना): ऐसे संग्रहों को अभी कविता कोश में शामिल नहीं किया जा सकता। इस तरह के संग्रहों के ज़रिए रचना की गुणवत्ता का मूल्यांकन कविता कोश टीम के हाथ से निकलकर संग्रह के संपादक के हाथ में आ जाता है। यह फ़िलहाल मान्य नहीं है।


चित्रात्मक रचनाओं को जोड़ना

फ़िलहाल कविता कोश चित्रात्मक रचनाओं (जैसे कि हाइगा या चित्र पर लिखे शे’र और ग़ज़ल) इत्यादि का संकलन नहीं करता। ऐसा कोई चित्र केवल बहुत ज़रूरत होने और संदर्भ द्वारा ज़रूरत प्रमाणित होने पर ही जोड़ा जाना चाहिए।


संपादित रचना संग्रह

आजकल हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में संपादित रचना संग्रहों के प्रकाशन का चलन बहुत बढ़ गया है। ये ऐसी किताबें होती हैं जिनमें कई रचनाकारों की रचनाएँ छपती हैं और पुस्तक के ऊपर संपादक के रूप में किसी एक व्यक्ति का नाम होता है। जब तक ऐसी किसी पुस्तक का कोई ऐतिहासिक महत्व ना हो –या कविता कोश टीम किसी ऐसी पुस्तक के संकलन को अनुमति ना दे दे –तब तक ऐसी पुस्तकों का संग्रह कविता कोश में नहीं किया जा सकता।

इस तरह की पुस्तकें कविता कोश की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती हैं –क्योंकि इससे रचना और रचनाकारों के कोश से जुड़ने संबंधित निर्णय कविता कोश टीम के हाथ से निकल कर पुस्तक के संपादक के हाथों में चला जाता है।

ऐतिहासिक महत्व से हमारा आशय, उदाहरण के लिए, अज्ञेय द्वारा संपादित तार सप्तक से है। तार सप्तक जैसी ऐतिहासिक महत्त्व की पुस्तकों का संकलन ज़रूर किया जाना चाहिए।


चित्र जोड़ने के बारे में

गूगल सर्च की दृष्टि से यह अति-अति-आवश्यक है कि अपलोड की जाने वाली फ़ाइलों के नाम अंग्रेज़ी में लिखे जाएँ। फ़ाइलों के नाम कैसे दिए जाएँ इस संबंध में नीचे दी गई सूचना का अक्षरश: पालन किया जाना चाहिए। गूगल सर्च में कोश की स्थिति के लिए यह अति-आवश्यक है।

किसी भी चित्र को अपलोड करने से पहले उसे Resize कर लें। चित्र 100KB से अधिक आकार का नहीं होना चाहिए। यदि आपको Resize करने की प्रक्रिया नहीं आती तो कृपया चित्र अपलोड ना करें। पहले प्रक्रिया सीखें और फिर चित्रों को अपलोड करें।

चित्र की फ़ाइल का नाम अंग्रेज़ी अक्षरों में दिया जाना चाहिए।

चित्र की फ़ाइल के नाम में आने वाले शब्दों को डैश ( - ) से अलग करें। अंडरस्कोर ( _ ) का प्रयोग किया जा सकता है लेकिन इससे बचें और डैश को प्राथमिकता दें।

चित्र की फ़ाइल का नाम ऐसा हो जिससे की उस फ़ाइल को पहचाना जा सके। उदाहरण के लिए यदि चित्र एक कविता संग्रह “चलो दिलदार चलो” के कवर का है, तो:

  • खराब फ़ाइल नामों के उदाहरण
    • chalo.jpg
    • dildar.jpg
    • chalodildaarchalo.jpg
  • अच्छे फ़ाइल नाम का उदाहरण
    • chalo-dildaar-chalo.jpg

चित्र का नाम रखते समय मानक नाम का प्रयोग किया जाना चाहिए। यदि किसी कवि का पेज अंग्रेज़ी विकिपीडिया में है तो अंग्रेज़ी विकिपीडिया में दिया गया नाम प्रयोग करें। यदि अंग्रेज़ी विकिपीडिया में पन्ना नहीं है तो गूगल पर कवि के नाम की अलग-अलग वर्तनियों को सर्च करें और नतीजों से यह तय करें कि कौन-सी वर्तनी अधिक मानक प्रतीत होती है।

साँचे और विभाग

कविता कोश में नए साँचे/विभाग बनाने या पहले से मौजूद साँचों/विभागों में बदलाव का अधिकार केवल ललित कुमार के पास है। अन्य योगदानकर्ता कृपया अपनी इच्छानुसार ना तो साँचे/विभाग बनाए और ना ही उनके ढांचे में कोई बदलाव करें।

यदि आप किसी नए साँचे/विभाग के निर्माण का सुझाव देना चाहते हैं या किसी बदलाव की बाबत सुझाव देना चाहते हैं –तो आप अपने सुझाव ललित कुमार को भेज सकते हैं।