तुम्हारी नाट्यशाला / हरिवंशराय बच्चन
काम जो तुमने कराया,कर गया;
जो कुछ कहाया कह गया.
यह कथानक था तुम्हारा
और तुमने पात्र भी सब चुन लिये थे,
किन्तु उनमे थे बहुत-से
जो अलग हीं टेक अपनी धुन लिये थे,
और अपने आप को अर्पण
किया मैंने कि जो चाहो बना दो;
काम जो तुमने कराया,कर गया;
जो कुछ कहाया कह गया.
मैं कहूँ कैसे कि जिसके
वास्ते जो भूमिका तुमने बनाई,
वह गलत थी;कब किसी कि
छिप सकी कुछ भी,कहीं तुमसे छिपाई;
जब कहा तुमने कि अभिनय में
बड़ा वह जो कि अपनी भूमिका से
स्वर्ग छू ले,बंध गई आशा सभी की
दंभ सबका बह गया.
काम जो तुमने कराया,कर गया;
जो कुछ कहाया कह गया.