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व्यवस्था / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’

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छोट-पैघ वा जाति-भेद सब
रेखा मानव-कृत अछि खीचल
एक वर्ग चढ़ि गेल माथ पर
अपन पैर तर रहले पीचल।
तामल खेतक सदृश समाजक
ऊँच नीच सम्पूर्ण व्यवस्था,
चिर्री चोत भेल कपड़ा सन
देखि रहल छी सभक अवस्था।