भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
कल सुनना मुझे / धूमिल
Kavita Kosh से
Gyan Prakash (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:16, 14 अप्रैल 2010 का अवतरण
कल सुनना मुझे
रचनाकार | धूमिल |
---|---|
प्रकाशक | पहला संस्करण : युगबोध प्रकाशन, वाराणसी। नए संस्करण वाणी प्रकाशन, दरियागंज, नई दिल्ली से प्रकाशित। |
वर्ष | 1977 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।