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लक्खा-लक्खा / संजीव बख़्शी
Kavita Kosh से
लक्खा
को पूछिए उसकी उम्र
अपनी उम्र वह किलोमीटर में बताता है
लक्खा
जब होता है अपने घर
अपनी उम्र भूल जाता है
ट्रक से उतरते ही
पुकारता है ट्रक
लक्खा-लक्खा
पलटकर जाता है वह ट्रक के पास हर बार
बोनट को छूता है, हल्की-सी थपकी देता है