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गँग
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गँग
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जन्म | 1538 |
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निधन | 1625 |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
रीतिकाल के कवि | |
जीवन परिचय | |
गँग / परिचय |
- फूट गये हीरा की बिकानी कनी हाट हाट / गँग
- उझकि झरोखे झाँकि परम नरम प्यारी / गँग
- मृगनैनी की पीठ पै बेनी लसै / गँग
- करि कै जु सिंगार अटारी चढी / गँग
- लहसुन गाँठ कपूर के नीर में / गँग
- रती बिन साधु, रती बिन संत / गँग
- अब तौ गुनियाँ दुनियाँ को भजै / गँग
- चकित भँवरि रहि गयो / गँग
- बैठी थी सखिन संग / गँग
- झुकत कृपान मयदान ज्यों / गँग
- देखत कै वृच्छन में / गँग
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