भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
माया के नगरिया में लागल बा बजरिया / महेन्द्र मिश्र
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:51, 21 अक्टूबर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=महेन्द्र मिश्र |अनुवादक= |संग्रह=...' के साथ नया पन्ना बनाया)
माया के नगरिया में लागल बा बजरिया ऐ सोहागिन सुनऽ।
चीझवा बिकाला अनमोल ए सोहगिन सुनऽ।
कवनो सखी घूमि-फिरि मोरेली नजरिया ए सोहागिन सुनऽ।
कवनो सखी रोवे मनवाँ मार ए सोहागिन सुनऽ