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समय स्थान की दूरी कुछ / हनुमानप्रसाद पोद्दार
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समय-स्थान की दूरी कुछ भी कभी नहीं कर सकती दूर।
जहाँ हृदय में हृदय परस्पर रहता सदा सतत भरपूर॥