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समधि अपने छथि गोर / मैथिली लोकगीत
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मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
समधि अपने छथि गोर, हिनक बहिनी बड़ बेजोर
हिनकर घर मे पइसल चोर, अवधपुर मे
समधि करथि सेवकाइ, हिनका माय-बाप नहि भाइ
छनि आजु बहिनिक सगाइ, अवधपुर मे
हिनकर माय बकलेल, बहिनी बातक ढहलेल
दुलहा केँ देलनि नहि तेल, अवधपुर मे