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म्हारै बारोठी पै आइए / दयाचंद मायना

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म्हारै बारोठी पै आइए, ओ बन्ना बांधकै मोड़
मेरी साथण गीत सुणावैंगी, तनै कुल सौ-सौ के जोड़...टेक

आंगण पै, मण्डप रचवा कैं, दरवाजै चौंक पुराऊंगी
तोरण, बिंदरवाल बांध कै, बारोठी सजवाऊंगी
सखियां के म्हां ल्हक-छुप कै, तेरै माला घालण आऊंगी
थोड़ी-सी आँख मिलाऊंगी, उस दिन हो ज्यागा तोड़...

गावण और बजावण आले, सभी तमाशे ले आईए
घोड़ा नाच पंजाबी भंगड़ा, सारे रासे ले आईए
आपणे कैसे छैल गाभरू, छोरे खासे ले आइए
ढोल और तासे ले आईए, जब पाटै पब्लिक का पोड़...

फेरां ऊपर वचन भरूंगी, दासी थारी लागूंगी
सूंघण आल भंवरे नै मैं, केशर क्यारी लागूंगी
गरमी के महीने म्हं, तनै ठण्डी झारी लागूंगी
तनै इतनी प्यारी लागूंगी, जणू जाड़े के मैं सोड़...

ब्याह अगले दिन देख लिए, मनै सारा ए रंग लाणा सै
सब जाणै बरात बनै की तनै, बांट दिखाकै आणा सै
समझैगा तै वोए नर, जो चातर माणस स्याणा सै
यो ‘दयाचन्द’ का गाणा सै, जणूं चालै जी.टी. रोड़...