भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

तट-प्रशस्ति / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’

Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:59, 22 अप्रैल 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुरेन्द्र झा ‘सुमन’ |अनुवादक= |सं...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

प्रकृति बिना पुरुष न कृती, आकृति बिनु नहि नाम
कला-हीन की काव्यकृति, रस बिनु ललित ललाम
विनु सुरभिक चन्दन जेना, विनु किरणे जनु इन्दु
ललना बिनु जीवन, जेना लहरि - बिन्दु बिनु सिन्धु
आकृति-प्रकृतिक मेलसँ विकृति न कृति कहबैछ
रूप-रसक शुचि शैलसँ, संस्कृति लहरि बहैछ