भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
आर के लक्षमन का कोट / भास्कर चौधुरी
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:38, 9 जुलाई 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=भास्कर चौधुरी |अनुवादक= |संग्रह= }} {...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
जब मुस्कुरा रहा है
अमेरिका
तो क्या मुस्कुरा रहा है
भारत भी
या लटका हुआ है
आम आदमी
खूँटी में टंगे
लक्षमन के कोट की तरह
उपेक्षित...?