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पद्मा सचदेव
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पद्मा सचदेव
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जन्म: 17 अप्रैल 1940
जन्म स्थान
ग्राम पुरामन्डल, जम्मू
कुछ प्रमुख कृतियाँ
अमराई, भटको नहीं धनंजय, नौशीन, गोद भरी, अक्खरकुंड, बूंद बावड़ी (आत्मकथा), तवी ते चन्हान, नेहरियां गलियां, पोता पोता निम्बल, उत्तरबैहनी, तैथियां, गोद भरी तथा हिन्दी में एक विशिष्ट उपन्यास ‘अब न बनेगी देहरी’ आदि प्रकाशित।
विविध
‘मेरी कविता मेरे गीत’ काव्य-संग्रह पर 1971 का साहित्य अकादमी पुरस्कार, जम्मू-कश्मीर कल्चरल अकादमी, सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार से सम्मानित। डोगरी भाषा की प्रख्यात लेखिका एवं कवयित्री। जम्मू-कश्मीर रेडियो में स्टाफ कलाकार एवं बाद में दिल्ली रेडियो में डोगरी समाचार वाचक के पद पर कार्य किया।
जीवन परिचय
Padma Sachdeva
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कविताएँ
- सच्च बताना साईं / पद्मा सचदेव
- जाल / पद्मा सचदेव
- गूजरी / पद्मा सचदेव
- काला मुंह / पद्मा सचदेव
- शिलुका / पद्मा सचदेव
- ये रास्ता / पद्मा सचदेव