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हमरऽ हथेली पेॅ / कुंदन अमिताभ

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हमरऽ हथेली पेॅ ऐलऽ छै
आपनऽ माय सें बिछड़ी केॅ
खोता सें गिरी केॅ
एगो बगरो
आरो ओकरऽ जीवन केरऽ
अनन्त आकाश
जेना-जेना हम्में हाथ डोलाय छियै
उड़ै के हिसकऽ नै
पर पैखना फड़फड़ाबै छै
हमरा लगलै
जब तालुक बगरो
उड़ेॅ नै लागतै
अनन्त आकाश केरऽ
ओकरा लेली की अर्थ
फेरू सें ओकरा हम्मे
खोता में छोड़ी ऐलियै
आपनऽमाय सें जाय केॅ
वू सट्टी गेलै गुड़मुड़ियाय केॅ
आरो हमरा लागलै
सब दिना लेली बसी गेलऽ छै
हमरऽ हथेली पेॅ
बगरो केरऽ सौंसे परिवार
आरो ओकरऽ जीवन केरऽ
अनन्त आकाश।