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बैल बियावै, गैया बाँझ / 11 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

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हंस केॅ गाँव में देखी
भगवानें ओका सेॅ पुछलकै
तोरा तेॅ शहर भेजलेॅ छेलियौ
यहाँ की करी रहलोॅ छै?
हंसें कहलकै-
आदमी आबेॅ ओकरोॅ बदला
कौआ के साथ रही रहलोॅ छै।

अनुवाद:


हंस को गाँव में देखकर
भगवान ने उससे पूछा
तुम्हें तो शहर भेजा था
यहाँ क्या कर रहे हो?
हंस ने कहा-
आदमी अब उसके बदले
कौवे के साथ रह रहा है।