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139 / हीर / वारिस शाह

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उहनूं फाटके कुट चकचूर कीता छालीं लायके पास ते धाइयां ने
हथीं बाल सुआतड़े काहने वडे भांवड़ बाल लैं आइयां ने
झुगी साड़ के भाडड़े भन्न सारे कुकड़ कुतियां चा भजाइयां ने
फौजां शाह दीयां वारसा मार पथर मुड़के फेर लहौर वल आइयां ने

शब्दार्थ
<references/>