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चिड़िया का घोंसला / अनुभूति गुप्ता

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नन्ही चिड़िया चीं-चीं करके,
माँ को पास बुलाती है।
भूख लगी, भूख लगी है,
बार-बार चिल्लाती है।
देख रही है नील गगन को,
शान्त कर रही भूखे मन कोे।
माँ चुग्गा इसको जब देती।
चीं-चीं करती ये खुश होती।।