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तुम्हारे लिए / दुःख पतंग / रंजना जायसवाल
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तुम रो रहे हो
मेरी गोद में
सिर रखकर
किसी और के लिए
मैं तो रो भी नहीं सकती
किसी के सामने
तुम्हारे लिए।