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रउरा हँसते बिहान होइ जाला / रामरक्षा मिश्र विमल

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रउरा हँसते बिहान होइ जाला
चान अचके सेयान होइ जाला

मदभरल नैन सपनन में डूबे
आजु गजबे परान होइ जाला

जइसे फगुआ के पहरा गलिन में
फूल सगरो जवान होइ जाला

प्रीत सागर छलकि जाला भरिके
जिंदगी के नहान होइ जाला

रउरा अँखियन में अपना के पाके
मन 'विमल’ बेइमान होइ जाला