भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
सत्य सदविचार दे हे मइया शारदे / जयराम दरवेशपुरी
Kavita Kosh से
सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:33, 9 जून 2019 का अवतरण ('{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=जयराम दरवेशपुरी |अनुवादक= |संग्रह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
{KKGlobal}}
मइया शारदे!
हे मइया शारदे!
तोहरे शरणागत ही
अइसन सौभाग्य दे
जन के काम आ सकियइ
अइसन हम्मर भाग्य दे
रूके न´ कलम कभी
अइसन अनुपम उपहार दे
मइया शारदे!
हे मइया शारदे!
दिव्य ज्ञान से जगमग
जन हित ले भोर दे
मानव मंदिर में आ
अद्भुत इंजोर दे
हे हंसवाहिनी हिम में
सत्य सद्विचार दे
मइया शारदे!
हे मइया शारदे!
ओझराल मन के तू
तार-तार झंकार दे
विद्या के देवी तू
तान-सुर-लय सिंगार दे
जन कल्याणी जग में
ज्ञान के संचार दे
मइया शारदे!
हे मइया शारदे!