भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
निकअलाई निक्रासफ़
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:51, 4 अप्रैल 2023 का अवतरण (→कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ)
निकअलाई निक्रासफ़
जन्म | 10 दिसम्बर 1821 |
---|---|
निधन | 27 दिसम्बर 1877 |
उपनाम | Никола́й Алексе́евич Некра́сов |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
रूस में कौन बेहतर ढंग से रहता है, रूसी स्त्रियाँ, किसान बच्चे (1861), रेलवे आदि प्रसिद्ध रचनाएँ हैं। | |
विविध | |
1847 से 1966 तक रूसी साहित्यिक व सामाजिक-राजनैतिक पत्रिका ’सव्रिमेन्निक’ (समकालीन) के सम्पादक रहे। 1868 में ’घरेलू टिप्पणियाँ’ पत्रिका के सम्पादक बने। उनके राजनैतिक दृष्टिकोण को ’क्रान्तिकारी लोकतान्त्रिक नज़रिया’ कहा जाता है। अपनी कविताओं में इन्होंने अक्सर रूस की आँचलिक और लोकभाषाओं का इस्तेमाल किया है। इन्होंने ज़्यादातर कविताएँ व्यंग्यात्मक और आलोचनात्मक शैळि में लिखी हैं। रूस के और सोवियत संघ के बहुत से कवियों पर इनका प्रभाव रहा। | |
जीवन परिचय | |
निकअलाई निक्रासफ़ / परिचय |