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या सिर्फ़ इन्तज़ार के लिए / केशव शरण
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तन पर सितारे टाँके
माथे पर चांद की बिन्दिया लगाए
बेले की ख़ुशबू से सराबोर
यह रात
किसी से प्यार के लिए है
या सिर्फ़
उसके इन्तज़ार के लिए है?