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पत्थर हो जाएगी नदी / मोहन राणा
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पत्थर हो जाएगी नदी
रचनाकार | मोहन राणा |
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प्रकाशक | सूर्यास्त्र प्रकाशन, सी-43,पहली मंज़िल,ग्रीनपार्क मेन मार्केट, नई दिल्ली-110016 |
वर्ष | 2007 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविता संग्रह |
विधा | |
पृष्ठ | 50 |
ISBN | 81-903678-0-3 |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- इस वृत्तांत में / मोहन राणा
- भय / मोहन राणा
- जिसका नहीं कोई चेहरा / मोहन राणा
- क्या तुमने भी सुना / मोहन राणा
- जिया कहने भर के लिए / मोहन राणा
- आता हुआ अतीत / मोहन राणा
- होगा एक और शब्द / मोहन राणा
- किसी आशा में / मोहन राणा
- स्कूल / मोहन राणा
- कुछ पाने की चिंता / मोहन राणा
- अस्मिता / मोहन राणा
- कौन / पत्थर हो जाएगी नदी / मोहन राणा
- गिरगिट / मोहन राणा
- अपवाद / मोहन राणा
- वसंत / मोहन राणा
- तुम्हारा कभी कोई नाम ना था / मोहन राणा
- अजनबी बनता पहचान / मोहन राणा
- सच का हाथ / मोहन राणा
- सर्दियाँ / मोहन राणा
- ढलती एक शाम / मोहन राणा
- कविता / मोहन राणा
- पावती / मोहन राणा
- झपकी /मोहन राणा
- भंवर / मोहन राणा
- चश्मा / मोहन राणा
- सड़क पर / मोहन राणा
- यदि / मोहन राणा
- कोई आकर पूछे / मोहन राणा
- किताब / मोहन राणा
- सवाल / मोहन राणा
- भूल-भुलैया / मोहन राणा
- अंत में / मोहन राणा