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आज ही तो हुआ था / केदारनाथ अग्रवाल

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आज ही तो हुआ था
मेरा जन्म
अरसठ वर्ष पूर्व।

तब से आज तक
बराबर जिया
और आगे भी
दीर्घ काल तक जियूँगा
कि जब मरूँ
तो संसार को सँवारते-सँवारते मरूँ,
सँवारने का सुख
भोगते-भोगते मरूँ।

रचनाकाल: ०१-०४-१९७८