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करूं कढ़ाई गुलगुला सेढल माता धोकन जाय / हरियाणवी

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करूं कढ़ाई गुलगुला सेढल माता धोकन जाय।
इब म्हारी सेढल माता राज्जी होय।
दादी दायला फूल्या नहीं समाय।