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"घाम पड़े, धरती तपै रे / राजस्थानी" के अवतरणों में अंतर

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घाम पड़े, धरती तपै रे, पड़े नगांरा री रोल
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भंवर थारी जांत मांयने
  
घाम पड़े, धरती तपै रे, पड़े नगांरा री रोल<br>
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बापाजी बिना कड़ू चालणू रे
भंवर थारी जांत मांयने।<br>
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बापा मोत्यां सूं मूंगा साथा
बापाजी बिना कड़ू चालणू रे<br>
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बापा मोत्यां सूं मूंगा साथा।<br>
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भंवर थारी जांन मांयने
भंवर थारी जांन मांयने।<br>
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माताजी बिना केडूं चालणू रे
माताजी बिना केडूं चालणू रे<br>
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माताजी हरका दे साथ।<br>
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माताजी हरका दे साथ
भंवर थारी जान मांयने।<br>
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भंवर थारी जान मांयने
घाम पड़े, धरती रपै रे, पड़े नागरां री रौल<br>
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भवंर थारी जांन मांयने।
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घाम पड़े, धरती रपै रे, पड़े नागरां री रौल
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भवंर थारी जांन मांयने
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06:58, 9 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

घाम पड़े, धरती तपै रे, पड़े नगांरा री रोल
भंवर थारी जांत मांयने

बापाजी बिना कड़ू चालणू रे
बापा मोत्यां सूं मूंगा साथा

भंवर थारी जांन मांयने
माताजी बिना केडूं चालणू रे

माताजी हरका दे साथ
भंवर थारी जान मांयने

घाम पड़े, धरती रपै रे, पड़े नागरां री रौल
भवंर थारी जांन मांयने