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"झालो अलगियों तो ऐयूं जालो मांए / राजस्थानी" के अवतरणों में अंतर
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नणदल बाई सा ने लेवो नजरां मांए। | नणदल बाई सा ने लेवो नजरां मांए। | ||
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07:04, 9 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
♦ रचनाकार: अज्ञात
झालो अलगियों तो ऐयूं जालो मांए
के धिया बाई सा रो पीवरियो तो एयूं मीडक मांए
सासूरियूं तो लीन्यूं नजरा मांए
बाइसा रो बापा जी तो रेग्या मीडंक भांए
ससुरा जी तो लीन्या नजरां मांए
सासू जी ने लीवों नजरां मांए।
बाई री साथणियां तो रैगी माड़क मांय
नणदल बाई सा ने लेवो नजरां मांए।