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"मरहम / एम० के० मधु" के अवतरणों में अंतर

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तुम छूते हो
 
तुम छूते हो
 
दुखता है
 
दुखता है

22:15, 9 जुलाई 2011 के समय का अवतरण

तुम छूते हो
दुखता है

लगाते हो
जब मरहम
घाव पर मेरे

मुझे
तुम्हारी पहचान नहीं
पर मेरे घावों को
तुम्हारी उँगलियों की पहचान है ।