भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"वर्जित: मेरी चेष्टा / हरीश प्रधान" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हरीश प्रधान |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCat...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

14:22, 11 सितम्बर 2019 के समय का अवतरण

विस्मृति थी,
समर्पित क्षणों में
तुहारे सम्‍पूर्ण समर्पण की
कभी तो
कामना की
चिरन्तन अस्थिर लहर से
पूर्ण स्थिर
स्थितप्रज्ञता की।