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"सब की पूजा एक सी / निदा फ़ाज़ली" के अवतरणों में अंतर
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सब की पूजा एक सी, अलग अलग हर रीत <br> | सब की पूजा एक सी, अलग अलग हर रीत <br> |
19:11, 24 जून 2009 का अवतरण
सब की पूजा एक सी, अलग अलग हर रीत
मस्जिद जाये मौलवी, कोयल गाये गीत
पूजा घर में मूर्ती, मीरा के संग श्याम
जितनी जिसकी चाकरी, उतने उसके दाम
सीता, रावण, राम का, करें विभाजन लोग
एक ही तन में देखिये, तीनों का संजोग
मिट्टी से माटी मिले, खो के सभी निशाँ
किस में कितना कौन है, कैसे हो पहचान