भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"समाधि-लेख / रसूल हम्ज़ातव" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
+
{{KKAnooditRachna
 
|रचनाकार=रसूल हम्ज़ातव
 
|रचनाकार=रसूल हम्ज़ातव
 
}}
 
}}

19:15, 18 अप्रैल 2009 के समय का अवतरण

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: रसूल हम्ज़ातव  » समाधि-लेख

जब ज़िन्दा था
प्यार किया था
मर कर लेटा
आज यहाँ

कौन बगल में
मेरी लेटी
मुझको कुछ भी
नहीं पता


अंग्रेज़ी से अनुवाद : रमेश कौशिक