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"हलवाई दादा / अनुभूति गुप्ता" के अवतरणों में अंतर

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18:38, 2 मई 2017 के समय का अवतरण

भूख लगी हलवाई दादा,
दे दो हमें मिठाई ज्यादा।
गरमा-गरम समोसे लाओ,
दूध-जलेबी हमें खिलाओ।
मेरा मन अब ललचाता है,
मुँह में भी पानी आता है।
भूख बढ़ गयी है अब ज्यादा।
खाने को दो कुछ अब दादा।।