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"हुस्न पर बेझिझक नज़र डालो / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर

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हुस्न पर बेझिझक नज़र डालो
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खूबसूरत गुनाह कर डालो
  
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सारा मंज़र हसीन कर डालो
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प्यार की फिर नज़र इधर डालो
  
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नाम महबूब के जो ख़त लिक्खो
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उसमें कुछ सुर्खिए-जिगर डालो
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फिर कहो बात जो भी कहनी हो
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शेर में पहले कुछ असर डालो
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चोट खाने को भी तैयार रहो
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ओखली में जो अपना सर डालो
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उम्र भर जिसको याद करते रहो
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भूल ऐसी भी कोई कर डालो
 
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14:51, 16 नवम्बर 2020 के समय का अवतरण

हुस्न पर बेझिझक नज़र डालो
खूबसूरत गुनाह कर डालो

सारा मंज़र हसीन कर डालो
प्यार की फिर नज़र इधर डालो

नाम महबूब के जो ख़त लिक्खो
उसमें कुछ सुर्खिए-जिगर डालो

फिर कहो बात जो भी कहनी हो
शेर में पहले कुछ असर डालो

चोट खाने को भी तैयार रहो
ओखली में जो अपना सर डालो

उम्र भर जिसको याद करते रहो
भूल ऐसी भी कोई कर डालो