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आज भोले बाबा को ब्याह रचो है / बुन्देली

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

आज भोले बाबा को ब्याह रचो है।
आज भोले बाबा...
कैसे-कैसे बराती हैं आये
कैसे-कैसे साज सजो है। आज...
भूत पिशाच बराती हैं आये
नारद वीणा को साज सजो है। आज...
शंकरजी की बैला सवारी
डम-डम डमरू कैसो बजो है। आज...
गिरजा जी तो खुशी भईं हैं
जनम-जनम को साथ मिलों है। आज...