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तेरा सदा नाम रहै भीम सूरज चाँद की तरियां / अमर सिंह छाछिया

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तेरा सदा नाम रहै भीम सूरज चाँद की तरिां
ये गरीबे याद करैंगे इस भगवान की तरियां...टेक

डॉ. अम्बेडकर होया कुर्बान इस इंसाफ के लिए।
परिवर्तन को होया प्राप्त थारै सुधार के लिए।
तू दलित शोषित बण्या थारी जिन्दगी के लिए।
जोश म्हं आके कर्या विरोध इस महंगाई के लिए।
तेरी ए खुशी मनावै या हिन्दुस्तान की दुनियां...

कांशी राम नै बणाई पार्टी अपणी राष्ट्रीय करी।
जिन्दगी के दिन रहगे थोड़े मायावती के हवालै करी।
बी.एस.पी. की फिरी लहर किलकी देश म्हं पड़ी री।
उत्तर प्रदेश प्रान्त म्हं मायावती मुख्यमन्त्री करी।
इसकी जमानत भी बची नहीं यो खड़ी ओलू की तरियां

राजनीति सत्ता की चाबी थारै हाथ म्हं आई।
वो इंसान परखैगा जिसकै या समझ म्हं आई।
थारे बोट की कीमत एक लाख की बताई
थाम सारे बोट दियो ब.स.पा. के थारी होगी रुश्नाई।
थारै या हे पूरे करैगी लड़ै फौज की तरियां...

गरीब तो आवै भका म्हं इसनै नूए ठोकर खाई।
जगह-जगह होवैं कांड इसके फेर भी उसे की बणाई।
ये क्यूं ना बणावै सरकार अपणी इनकै क या सगाई।
उस डॉ. अम्बेडकर न भूल गये जिसनै करी थारी मलाई।
भीम तो अमरसिंह कोऐ अवतार आया रविदास संत की तरियां।