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मेरी वसीयत ढँकी है ढेर सारे पैबन्दों से / येहूदा आमिखाई

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मेरी वसीयत ढँकी है ढेर सारे पैबन्दों से

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रचनाकार: येहूदा आमिखाई
अनुवादक: मनोज पटेल
प्रकाशक: --संवेद द्वारा प्रकाशित। संवेद-42 में
वर्ष: --2011
मूल भाषा: यहूदी
विषय: अनूदित कविताएँ
शैली: --
पृष्ठ संख्या: --66
ISBN: --
विविध: --इन कविताओं का अनुवाद अँग्रेज़ी से

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