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लोहे का घर: पांच / शरद कोकास

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जब वह काले कोट वाला
कैफ़ियत मांगेगा तुमसे
बग़ैर टिकट यात्रा की
तुम चुपचाप
हवाले कर दोगे उसके
जेब में पड़ी
बची हुई बोतल
तुम पर तो वैसे ही
थकान हावी है।