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उफ़क-ता-उफ़क<ref>क्षितिज में</ref>
सुब्‍हे-महशर<ref>प्रलय का सवेरा</ref> की पहली किरन जगमगाई
तो तारीक आँखों से बोसीदा<ref>फटे-पुराने</ref>फटे-पुराने पर्दे हटाए गए
दिल जलाए गए
तबक़-दर-तबक़<ref>आसमानों में</ref>
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