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Kavita Kosh से
तमन्ना से हसरत का विसाल रहने दो
हैफ़, मैं कह भी न सका तुमसे हाले - दिल
अपने-आप से मुझे कुछ मलाल रहने दो
यह वक़्त बीत जायेगा, बदलेगा नहीं
घड़ी की सुईयों सुइयों में अपनी चाल रहने दो
दुश्मन की गोली का भी डर न रहे मुझकोमुझे
देश के लिए मेरे लहू में उबाल रहने दो
ईमान बेचकर रुपये कमाने वालों तुमभूखे पेट के लिए रोटी - दाल रहने दो
हम दोस्त नहीं न सही लेकिन दुश्मन भी नहींबाहम <ref>आपस में</ref> कभी-कभार की बोलचाल रहने दो
हर तरफ़ हंगामा है' धमाके हैं' ख़ून है
रोते हुए बच्चों का यह हाल' रहने दो!
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