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पिता / लाल्टू

37 bytes added, 19:31, 18 अप्रैल 2011
|रचनाकार=लाल्टू
|संग्रह=
}}{{KKCatKavita}}{{KKAnthologyPita}}<poem>वह गंदा सा चुपचाप लेटा है
साफ सफेद अस्पताल की चादर के नीचे
मार खाते खाते वह बेहोश हो गया था