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'''लेखन वर्ष: 2004२००४/२०११'''
हर वो शख़्स जिसको मैंने अपना ख़ुदा कहा
बादे-मतलब उस ने मुझ से <ref>मतलब पूरा होने के बाद, after fulfilment of need</ref> उसने मुझसे अलविदा कहा
वह प्यार जिस को जिसे एहसास कहते थे सभीहैं सब लोगउसने आज उसको बदन की इक सदा <ref>पुकार, call</ref> कहा
मैं था उसके पीछे उसका ज़माने की ग़ालियाँ खाकरउस ने उसने मुझे किसी ग़ैर हुस्न पर फ़िदा कहा
जिन आँखों का तअल्लुक मैं देता था <ref>सम्बंध, relation</ref> रहा है मस्जिद सेउसे उस के उन्हें उसके यार ने महज़ इक मैक़दा कहा
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