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Kavita Kosh से
* [[कुछ हम भी लिख गये हैं तुम्हारी किताब में / गुलाब खंडेलवाल]]
* [[कोई साथी भी नहीं, कोई सहारा भी नहीं / गुलाब खंडेलवाल]]
* [[कोई हमीं से हमींसे आँख चुराये तो क्या करें / गुलाब खंडेलवाल]]
* [[कोई हमें सताये, सताता ही जाये तो / गुलाब खंडेलवाल]]
* [[खनक कुछ कम भी हो तो कम नहीं है / गुलाब खंडेलवाल]]
* [[खिली गुलाब की दुनिया तो है सभी के सभीके लिये / गुलाब खंडेलवाल]]
* [[चुप तो किसी भी बात पर रहते नहीं हैं हम / गुलाब खंडेलवाल]]
* [[चले भी आइये, क्यारी में सौ गुलाब खिले / गुलाब खंडेलवाल]]