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ज़ेब गौरी

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*[[हो चुके गुम सारे ख़द-ओ-खाल-ए-मंज़र और मैं / ज़ेब गौरी]]
*[[मुझ ऐसे वामांदा-ए-जाँ को बिस्तर-विस्तर क्या / ज़ेब गौरी]]
*[[तूँ बेख़बर हो तो कुछ हाल-ए-दिल सुनाऊँ तुझे / ज़ेब गौरी]]
*[[सब तिलिस्म-ए-हर्फ़-ओ-अफ़सून-ए-नवा ले जाएगी / ज़ेब गौरी]]
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