भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

काळ दर काळ / रामस्वरूप परेश

51 bytes removed, 07:59, 17 अक्टूबर 2013
मूड मूड जोवै झूंपड़ा
भर्या नैण में नीर |
<poem>
    --------------------------------------यह लम्बी कविता (दोहे) है, शेष शीघ्र ही पोस्ट कर दी जाएगी | <poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,132
edits